Sunday, 17 September 2017

राजा भैया : आदमखोर घड़ियाल तो मौत का तालाब, कितनी अफवाह, कितना सच ?

यूपी में बाहुबली नेताओं की भरमार है. कई आपराधिक मुकदमें वाले नेता खुद को रॉबिनहुड साबित करने में जुटे रहते हैं. राजनीति के शीर्ष पर पहुंचे ऐसे ही नेता हैं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया. राजा भैया यूपी विधानसभा  में कुंडा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी हैं.
24 साल से लगातार विधायकर बनते आ रहे राजा भैया के सामने एसपी-कांग्रेस ने प्रत्याशी ही नहीं खड़ा किया है. आइए जानते हैं राजा भैया के बारें में वो बातें जो शायद अब तक आप नहीं जानते होंगे-

भदरी एस्टेट के राजा हैं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया उर्फ तूफान सिंह
रघुराज प्रताप सिंह के पिता उदय सिंह भी उतने ही दबंग हैं जितने की रघुराज. भदरी राजघराने से रघुराज संबंध रखते हैं. हालात ये है कि आज भी राजसी ठाठ बाट में कोई कमी नहीं हैं. कुंडा में इनके महल को बेंती कोठी के नाम से जाना जाता है. राजा भैया को वहां लोग तूफान सिंह जैसे नामों से भी जानते हैं.

आजादी से पहले ही 4 हवाई जहाजों के मालिक

रघुराज के दादा राजा बजरंग बहादुर सिंह हिमाचल प्रदेश के पहले गवर्नर थे. बजरंग ने ही हिंद फ्लाइंग क्लब की स्थापना की थी. आजादी से पहले ही इस परिवार के पास 4 हवाई जहाज तो खुद के थे.

तालाब में मगरमच्छ पालने के आरोप लगे

राजा भैया की कोठी के पीछे 600 एकड़ में फैला तालाब है. इस तालाब से कई किस्से जुड़े हैं. कई लोगों का मानना है कि राजा भैया ने इस तालाब में मगरमच्छ या घड़ियाल पाला है. जिसमें वो अपने दुश्मनों को मारकर फेंकवा दिया करते हैं, हालांकि ऐसी किसी बात से राजा भैया इनकार करते हैं. साल 2003 में मायावती ने राजा भैया की कोठी पर छापा मरवाया था.

तालाब में मिला था मानव कंकाल

कुंडा में उस तालाब की खुदाई में एक बार कंकाल भी मिला था. जिससे लोगों के अफवाहों पर और बल मिला. रिपोर्ट्स के मुताबिक ये कंकाल गांव के ही एक शख्स की है. इस शख्स का कसूर था कि उसकी स्कूटर राजा भैया की जिप्सी से टकरा गई थी. राजा भैया के लोगों ने उसे इतना मारा की उसकी मौत हो गई. शव को तालाब में फेंकवा दिया गया. हालांकि इस बात के भी कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं हैं.

गिरोह का सरगना बताया

बीबीसी हिंदी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है कि राजा भैया के पिता 20 सदस्यों वाले आपराधिक गिरोह के सरगना हैं. जिसे हथियारों से खुद को तैयार करना पसंद है और वो आज के आजाद युग में ‘अलग राज’ स्थापित करना चाहते हैं.

राजा भैया को अपने पिता से डर लगता है

रिपोर्ट्स के मुताबिक राजा भैया आज भी अपने पिता से आंखे नहीं मिला पाते हैं. उन्हें अपने पिता से डर लगता है. हालात ये है कि उनके पिता प्रदूषण पसंद नहीं है इसके लिए उनकी कोठी में जाने से पहले गाड़ियों के इंजन बंद कर दिए जाते हैं, वापस आते समय इंजन बिना स्टार्ट किए गाड़ी को खींच के बाहर लाया जाता है.

अखिलेश के करीबी हैं राजा भैया

राजा भैया को  अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है. अखिलेश सरकार में वो कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. डीएसपी हत्याकांड में नाम आने के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.

एक समय था जब यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने एक नारा दिया था- ‘कुंडा से गुंडा हटाओ’. इस नारे में राजा भैया को ही गुंडा बताया गया था. सरकार बनने के बाद उसी कल्याण सिंह सरकार में राजा भैया को मंत्री बनाया गया. है ना हैरान करने वाली बात.

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